ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश मेयर की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के बाद BJP के लगभग 15 कार्यकर्ताओं ने अपनी दावेदारी पर्यवेक्षकों के सामने दर्ज करवाई। वहीं अनुभव और लोकप्रियता को देखते हुए पूर्व राज्यमंत्री सुरेन्द्र मोघा कार्यकर्ताओं की पहली पसंद बने हुए हैं। जिसका असर रायशुमारी के दिन भी देखने को मिला।
सुरेन्द्र मोघा ने 35 वर्षों में सँभाली है भाजपा संगठन में ये जिम्मेदारियाँ
- सदस्य जिला कार्यकारिणी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा देहरादून: 1995 से 1998 तक
- गढ़वाल प्रभारी निर्बल वर्ग प्रकोष्ठ भाजपा उत्तराखण्ड: 1998 से 1999 तक
- प्रदेश सह संयोजक बेरोजगार प्रकोष्ठ भाजपा उत्तराखण्ड: 1999 से 2000 तक
- गढ़वाल प्रभारी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2000 से 2002 तक
- प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2002 से 2005 तक
- प्रदेश महामंत्री भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2005 से 2008 तक
- प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2008 से 2011 तक
- प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2011 से 2014 तक
- प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2014 से 2017 तक
- प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उत्तराखण्ड: 2017 से 2019 तक
- प्रदेश प्रभारी सदस्यता अभियान भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा: 2019
- सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा आदणीय दुष्यन्त कुमार गौतम जी के अध्यक्षीय कार्यकाल में एवं आदणीय श्री संजय पासवान जी के अध्यक्षीय कार्यकाल में।
- सदस्य प्रदेश कार्यकारणी भाजपा उत्तराखण्ड 2020 से
- पूर्व उपाध्यक्ष समाजकल्याण अनुश्रवण समिति (राज्य मंत्री) उत्तराखण्ड सरकार।
- प्रदेश सहप्रभारी भाजपा दिवारलेखन कार्यक्रम : 2021
जानकारों के अनुसार अनुसूचित वर्ग में सबसे वरिष्ठ कार्यकर्ता होने का लाभ भी सुरेन्द्र मोघा को मिल सकता है। हालाँकि एक हफ़्ते के भीतर भीतर प्रत्याशी के नाम का ऐलान होना है। जिसके लिए ऋषिकेश BJP से 15 दावेदारों ने ताल ठोकी है।
मेयर पद के लिए दावेदारी करने वालों में शम्भू पासवान, प्रकान्त कुमार, सुनीता थपलियाल, राकेश पारछा, नंदकिशोर जाटव आदि शामिल हैं। अब देखने वाली बात होगी कि BJP के आला कमान किस प्रत्याशी पर विश्वास जताता है, हालाँकि टिकट पाने के लिए सभी अपने अपने स्तर से भरकस प्रयास में लगे हुए हैं।