हरिद्वार । जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनपद में तैनात राजस्व विभाग के समस्त अधिकारियों तथा कर्मचारियों साथ गुरूवार को जिला कार्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक ली।
जिलाधिकारी ने कहा कि जान पर खेलकर, बदनामी झेलकर सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी भी जनपद में तैनात हैं, ऐंसे कार्मिकों से सीख लेते हुए सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में जल भराव की समस्या का प्रमुख कारण तालाबों एवं नालों पर अतिक्रमण हैं। उन्होंने सभी राजस्व लेखपालों को अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण करने तथा सरकारी भूमि, तालाबों, नालों आदि पर अतिक्रमण चिन्हित कर, भूमि, तालाबों एवं नालों को नियमानुसार अतिक्रमणमुक्त कराने के निर्देश दिये। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि अतिक्रमणमुक्त भूमि को एसेट मैनेजमेन्ट पोर्टल पर अपलोड किया जाये ताकि भविष्य में भूमि पर अतिक्रमण न हो सके। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि क्षेत्र में पैनी नज़र बनाए रखें तथा कहीं पर भी अतिक्रमण होता है तो तुरन्त एक्शन लें। इसके साथ ही कार्मिकों द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र शेट, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व)दीपेंद्र सिंह नेगी, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पीआर चौहान, एसडीएम हरिद्वार जितेंद्र कुमार, एचआरडीए सचिव मनीष कुमार, एसडीएम लक्सर सौरभ असवाल, डिप्टी कलेक्ट्रेट देवेंद्र सिंह नेगी, डिप्टी कलेक्ट्रेट/अपर मेलाधिकारी कुंभ दयानंद सरस्वती सहित समस्त प्रशासनिक अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद थे